Monday, May 2, 2011

सरस्वती बन्दना , अन्जान(पुर्बेली कान्छा)

या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता

या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना

या ब्रह्माच्युतशङ्करप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता

सा माम् पातु सरस्वती भगवती निःशेष जाड्याऽपहा||

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